Mookambika devi Temple
Goddess temple between lush green mountain .
मूकाम्बिका देवी मंदिर
कोदाचद्री चोटी की तलहटी में स्थित देवी मूकंबिका का मंदिर श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करता है। देव-प्रतिमा ज्योतिर्लिंग के रूप में है जिसमें शिव और शक्ति दोनों का समावेश है। कहा जाता है कि श्री चक्र पर देवी की पंचलोहा छवि ( पांच तत्वों की मिश्रित धातु ) आदिगुरु शंकराचार्य द्वारा इस स्थान पर उनकी यात्रा के दौरान प्रतिष्ठित की गई थी। ऐसा कहा जाता है कि देवी का मूल स्थान कोदाचद्री चोटी (3880 ' ) पर है और वहां पर सामान्य जनों के लिए वहां का रास्ता तय करना मुश्किल था इसलिए शंकराचार्य जी ने मदिर को कोल्लूर में पुनर्स्थापित किया। यहां पर पंचमुखी गणेश की एक उत्कृष्ट प्रतिमा भी मौजूद है। सौपर्णिका नदी के तटों और हरी-भरी कोडचद्री पहाड़ी से घिरे सुरम्य वातावरण मे माता का मंदिर और भी ज्यादा सुंदर और शोभनीय है । यहां भक्तजनों के लिए प्रसाद की भी व्यवस्था है जो कि आपको दक्षिण भारत के ज्यादातर मंदिरों में देखने को मिलेगा ।
Entry - without any restriction , use proper Covid guidelines , use mask and sanetizer